भारत में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जिससे सड़कों पर भीड़ और प्रदूषण दोनों ही बड़े हैं। सरकार समय-समय पर नियम बदलती रहती है ताकि रोड सेफ्टी बनी रहे और पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसी के चलते हाल में एक अहम खबर सामने आई है कि कई गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन रद्द किया जा सकता है। ऐसे में गाड़ी मालिकों के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि कहीं उनकी गाड़ी भी इस लिस्ट में तो नहीं आ गई है।
कई बार ऐसा देखा गया है कि पुरानी गाड़ियां, खासतौर से डीजल वाहन, शहरों में प्रदूषण को बढ़ाने का मुख्य कारण बन रही हैं। इन्हें हटाने के लिए सरकार वाहन स्क्रैपिंग पॉलिसी के तहत सख्त कदम उठा रही है। कई राज्यों में पुराने और अनफिट वाहनों पर रोक लगाने और उनका रजिस्ट्रेशन रद्द करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
इन गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन होगा रद्द! जानिए क्या आपकी गाड़ी भी लिस्ट में है
सरकार ने 15-20 साल पुरानी गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन को रद्द करने का फैसला किया है। प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों, जिनकी फिटनेस या पॉल्यूशन सर्टिफिकेट (PUC) नहीं है, या जो सड़क पर चलने के योग्य नहीं रह गए हैं, उनका रजिस्ट्रेशन अब राज्य परिवहन विभाग द्वारा खत्म किया जा रहा है। मोटर व्हीकल एक्ट के नए नियमों के तहत मुख्य रूप से दिल्ली और अन्य बड़े शहरों में 15 साल से ज्यादा पुराने पेट्रोल वाहन और 10 साल से ज्यादा पुराने डीजल वाहनों को लिस्ट में डाला गया है।
इसके अलावा जिन गाड़ियों का टोकन टैक्स या इंश्योरेंस अपडेट नहीं है, या RC रिन्यू नहीं कराई गई, उन्हें भी लिस्ट में जोड़ा जा रहा है। वाहनों का डेटा परिवहन मंत्रालय के VAHAN पोर्टल पर अपडेट किया गया है। कई राज्यों में परिवहन विभाग ने ऐसे सभी वाहनों की एक सूची तैयार कर ली है, जिनका पंजीयन रद्द किया जाना है।
अगर आपकी गाड़ी पुरानी है और उपरोक्त श्रेणी में आती है, तो आप राज्य परिवहन विभाग की वेबसाइट या VAHAN पोर्टल पर अपनी गाड़ी का स्टेटस चेक कर सकते हैं। मोटर व्हीकल एक्ट के मुताबिक, जिन गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन रद्द होगा, उन्हें सार्वजनिक सड़क पर चलाना गैरकानूनी होगा, साथ ही भारी जुर्माना भी लग सकता है।
यह कौन सी स्कीम है और इसका उद्देश्य
गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन रद्द करने की यह पूरी प्रक्रिया भारत सरकार की ‘वाहन स्क्रैपिंग पॉलिसी’ (Vehicle Scrappage Policy) के तहत आ रही है। इस नीति का उद्देश्य है सड़क पर चल रही अनुपयुक्त, पुरानी और अत्यधिक प्रदूषण फैलाने वाली गाड़ियों को हटाना। इससे सड़क सुरक्षा भी बढ़ेगी और पर्यावरण भी स्वच्छ रहेगा।
सरकार पुराने वाहन मालिकों को स्क्रैप करने पर कई तरह की छूट दे रही है। जैसे नई गाड़ी खरीदने पर टैक्स में छूट, स्क्रैपिंग सर्टिफिकेट के जरिए फायदा, और RC नवीकरण में सुविधाएं। स्क्रैप गाड़ी की जगह नई गाड़ी खरीदने पर आपको सरकार और डीलर की तरफ से 4-5% छूट भी मिल सकती है।
वाहन पंजीयन रद्द होने की प्रक्रिया
यदि आपकी गाड़ी रद्द लिस्ट में आती है, तो आपको परिवहन विभाग के नोटिस का पालन करना जरूरी है। सबसे पहले विभाग आपकी गाड़ी के मालिक को नोटिस भेजता है। अगर आप विभाग के निर्देशों के अनुसार गाड़ी को सड़कों से नहीं हटाते, तो उसका रजिस्ट्रेशन खुद-ब-खुद कैंसिल हो सकता है। रजिस्ट्रेशन रद्द करने के बाद, आप वाहन को स्क्रैपिंग केंद्र में भेज सकते हैं और स्क्रैपिंग सर्टिफिकेट ले सकते हैं, जिससे आपको नई गाड़ी खरीदने में लाभ मिल सकता है।
इसके अलावा, जिन गाड़ियों की विरासत या संग्रहण मूल्य है (vintage vehicles), उनके साथ अलग नियम लागू होते हैं। अगर गाड़ी पूरी तरह से फिट है और उसकी देखभाल और मेंटेनेंस पूरी तरह हुआ है, तो विशेष आवेदन और जांच के बाद उसका रजिस्ट्रेशन फिर से किया जा सकता है।
पुरानी गाड़ी मालिकों के लिए सलाह
यदि आपकी गाड़ी 10 साल से ज्यादा पुरानी डीजल या 15 साल से ज्यादा पुरानी पेट्रोल है, तो उसका स्टेटस तुरंत जांच लें। RC, पॉल्यूशन, इंश्योरेंस, फिटनेस सर्टिफिकेट, टोकन टैक्स आदि अपडेट रखें। स्क्रैपिंग पॉलिसी के तहत अगर लाभ लेना है, तो स्क्रैपिंग सेंटर में गाड़ी जमा करें और सर्टिफिकेट लें। कभी भी रद्द हो चुका रजिस्ट्रेशन या अवैध गाड़ी सड़क पर न चलाएं, इससे आप पर केस और भारी जुर्माना दोनों लग सकते हैं।
निष्कर्ष
सरकार की यह मुहिम प्रदूषण नियंत्रण और सड़क सुरक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। यदि आपकी गाड़ी भी इस लिस्ट में है, तो तुरंत स्टेटस चेक करें और तय नियमों का पालन करें। इससे न केवल पर्यावरण हित सुरक्षित होंगे, बल्कि आपको भी कानूनी परेशानियों से राहत मिलेगी।