Solar Pump Subsidy 2025: 80-90% तक की बंपर छूट, ये मौका देने वाला है जिंदगी का नया सवेरा

Published On: August 4, 2025
Solar Pump Subsidy 2025

खेती-किसानी करने वाले किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। लंबे समय से किसान महंगे डीजल और भारी बिजली बिल के बोझ से परेशान थे, जिससे उनकी लागत बढ़ रही थी। लेकिन अब सरकार की तरफ से एक ऐसी योजना शुरू की गई है, जिससे किसानों को सिंचाई में राहत मिलेगी और उनके खर्च भी कम होंगे। सरकार अब किसानों को सौर पम्प (Solar Pump) लगाने के लिए 90% तक की सब्सिडी सीधे बैंक खाते में दे रही है। इस योजना का सीधा फायदा लाखों किसानों को मिलने जा रहा है।

अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की समस्या के चलते किसानों की सिंचाई बाधित हो जाती है। खासकर लघु और सीमांत किसान बिजली या डीजल पंप पर निर्भर रहते हैं, जिसकी वजह से उनकी आमदनी का बड़ा हिस्सा सिर्फ सिंचाई में खर्च हो जाता है। ऐसे में सोलर पंप एक बेहतरीन विकल्प बनकर सामने आया है, जिससे सिंचाई के लिए मुफ्त और स्वच्छ ऊर्जा मिलती है। अब सरकार की सोलर पंप सब्सिडी योजना किसानों को बहुत ही कम कीमत पर सौर पंप उपलब्ध करा रही है।

Solar Pump Subsidy 2025

यह योजना केंद्रीय सरकार और राज्य सरकारों की साझेदारी में चलाई जा रही है, जिसमें प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान (PM Kusum Yojana) का सबसे बड़ा योगदान है। इसका उद्देश्य है किसानों को बिजली पर निर्भरता से मुक्त करना, डीजल पंप की जगह सौर पंप लगवाना और सिंचाई की लागत को कम करना।

सोलर पंप लगाने पर सरकार कुल लागत का 90% हिस्सा सब्सिडी के तौर पर देती है। यानी अगर सोलर पंप की कुल कीमत 1 लाख रुपये है तो किसान को केवल 10,000 रुपये ही भुगतान करना पड़ेगा, बाकी 90,000 रुपये सीधे सरकार द्वारा सब्सिडी के रूप में बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे। इस सब्सिडी का लाभ छोटे किसानों से लेकर बड़े किसानों तक सभी को मिलता है, हालांकि कुछ राज्यों में बड़े किसानों को 80% तक सब्सिडी दी जा रही है।

राज्य के अनुसार सब्सिडी में थोड़ा अंतर हो सकता है – जैसे, मध्य प्रदेश में 5 हॉर्स पावर का सोलर पंप जिसकी बाजार कीमत लगभग 3.30 लाख रुपये होती है, वह किसान को केवल 30,000 रुपये में मिल जाएगा। उसी तरह 10 हॉर्स पावर का सोलर पंप 5.80 लाख की जगह सिर्फ 58,000 रुपये में मिलेगा।

योजना के फायदे

इस योजना के तहत किसानों को सोलर पंप की सुविधा मिलने से सबसे बड़ा फायदा यह है कि उन्हें बार-बार बढ़ते डीजल-पेट्रोल के दाम या बिजली कटौती की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप ना बिजली बिल का बोझ डालते हैं और ना ही पर्यावरण को नुकसान पहुँचाते हैं।

इसके अलावा, कुछ योजनाओं के तहत अगर किसान सोलर पंप से अतिरिक्त बिजली पैदा करते हैं तो उसे ग्रिड में बेच भी सकते हैं, जिससे उनकी आमदनी और बढ़ सकती है। इससे किसान आत्मनिर्भर बनते हैं और जलवायु परिवर्तन से लड़ने में भी देश को मजबूती मिलती है।

कितने HP के पंप पर मिल रही है सब्सिडी

अधिकतर राज्यों में 2HP से 10HP तक के सोलर पंप के लिए सब्सिडी दी जा रही है। प्रदेश विशेष में क्षमता के अनुसार 5 HP, 7.5 HP और 10 HP के पंप पर किसान सब्सिडी का लाभ ले सकते हैं।

किन किसानों को मिलेगा लाभ

इस योजना का लाभ देश के लगभग हर प्रदेश के किसान ले सकते हैं – चाहे वह छोटे, सीमांत हो या मध्यम अथवा बड़े किसान। खास बात यह है कि यह योजना खेती की भूमि पर ही नहीं, बल्कि बंजर व अनुपयोगी ज़मीन पर भी सौर पंप लगाने को बढ़ावा देती है।

आवेदन प्रक्रिया

यदि आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो इसके लिए आवेदन प्रक्रिया काफी आसान है। कुछ राज्यों में ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया उपलब्ध है, वहीं कुछ जगहों पर ऑफलाइन माध्यम से भी रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है।

इस योजना में आवेदन के मुख्य स्टेप्स इस प्रकार हैं:

  1. सबसे पहले राज्य सरकार की अधिकृत वेबसाइट या संबंधित कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाएं।
  2. “सोलर पंप सब्सिडी योजना” वाले ऑप्शन पर क्लिक करें।
  3. आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें। इनमें –
  • आधार कार्ड
  • बैंक पासबुक की कॉपी
  • जमीन संबंधी कागज़ात (जमाबंदी/खतौनी)
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • मोबाइल नंबर
  • यदि आवश्यक हो तो राशन कार्ड
    ये कागज़ात आपको स्कैन करके सबमिट करने होंगे।
  1. आवेदन पत्र भरें और सबमिट करें। आपको एक आवेदन संख्या मिल जाएगी, जिससे आप अपनी एप्लीकेशन की स्थिति ट्रैक कर सकते हैं।
  2. संबंधित विभाग द्वारा जांच के बाद आपकी योग्यता तय होगी और सोलर पंप की आपूर्ति आदेश जारी होगा।
  3. सोलर पंप की डिलीवरी होने पर बाकी राशि का भुगतान करने के बाद सरकार द्वारा सब्सिडी की राशि सीधे आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाएगी।

कुछ राज्यों में प्राथमिकता अनुदान पहले आ जाता है, और कुछ मामलों में सब्सिडी वितरण के लिए पंप इन्स्टॉलेशन के बाद सब्सिडी का बकाया किसान के खाते में डाला जाता है।

कौन-कौन से दस्तावेज़ चाहिए होंगे?

आवेदन के लिए मुख्यतः निम्न दस्तावेज़ मांगे जाते हैं –

  • आधार कार्ड
  • बैंक खाता विवरण
  • ज़मीन का प्रमाण पत्र
  • मोबाइल नंबर
  • पासपोर्ट साइज फोटो

कुछ अहम बातें

  • हर राज्य में आवेदन का तरीका व पात्रता मानदंड अलग हो सकता है, इसलिए आवेदन करने से पहले राज्य की गाइडलाइन अवश्य पढ़ें।
  • यह योजना मुख्य रूप से उन किसानों के लिए है जो सिंचाई में लगातार बेहतरी चाहते हैं और जिनकी जमीन पर बिजली की समस्या रहती है।
  • आवेदन प्रक्रिया पारदर्शी व सरल है, जिससे अधिकतम किसानों को लाभ मिल सके।
  • सरकार की कोशिश है कि डीजल-पेट्रोल से सिंचाई में हो रहे खर्च और पर्यावरण को होने वाले नुकसान दोनों में कमी लाई जाए।

निष्कर्ष

सरकार की सोलर पंप सब्सिडी योजना किसानों के लिए बड़ी सौगात है। इससे उन्हें न सिर्फ सिंचाई के लिए मुफ्त या सस्ती बिजली मिलती है, बल्कि उनकी खेती कम खर्चीली और अधिक लाभकारी बनती है। हर किसान इस योजना का लाभ उठाकर अपनी आमदनी बढ़ा सकता है और खेती को पर्यावरण के अनुकूल बना सकता है। अगर आप भी किसान हैं तो जल्द से जल्द आवेदन कर योजना का फायदा उठाएं।

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