आज की जीवनशैली में हमारा बैंकिंग अनुभव लगातार बदल रहा है। देश में डिजिटल टेक्नोलॉजी और त्वरित फाइनेंस से जुड़े सेवाओं को लगातार आगे बढ़ाया जा रहा है। ऐसे समय में, 20 अगस्त 2025 से भारत के तीन बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक – SBI, PNB और BOB– अपने नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव करने जा रहे हैं।
इन बदलावों से करोड़ों ग्राहकों की बैंकिंग सुविधाओं पर सीधा असर पड़ेगा। खासकर IMPS ट्रांजैक्शन शुल्क, KYC अपडेट और बैंकिंग लॉ में संशोधन जैसी प्रक्रियाएं अब बदल जाएंगी। इस लेख में हम आपको सरल और सहज भाषा में बताएंगे कि कौन-कौन से नियम बदलने जा रहे हैं, इनके क्या असर होंगे, और आपको क्या सावधानी रखने की ज़रूरत है।
गहन जानकारी देने के लिए हमने केवल सरकारी वेबसाइट और ऑफिशियल नोटिफिकेशन का ही अध्ययन किया है ताकि आपको सही और भरोसेमंद सूचना मिले।
SBI–PNB–BOB बैंक नए नियम: क्या बदल जाएगा 20 अगस्त से?
20 अगस्त 2025 से लागू होने वाले नए नियमों के मुताबिक, बढ़ती डिजिटल बैकिंग और सुरक्षा के लिए बैंक अपनी सर्विस को स्मार्ट और सुरक्षित बना रहे हैं। तीनों बैंक – State Bank of India (SBI), Punjab National Bank (PNB) और Bank of Baroda (BOB) – अपने नियमों में बदलाव लाने वाले हैं, जिससे सामान्य ग्राहक के साथ-साथ व्यवसाय और रिटेल उपयोगकर्ताओं को थोड़ा और सजग रहना होगा।
इन नियमों का मुख्य उद्देश्य है बैंकिंग प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना, धोखाधड़ी से बचाव बढ़ाना और ग्राहक डेटा को सुरक्षित रखना। लेकिन कुछ शुल्क बढ़ने और दायित्व सख्त होने के कारण, ग्राहकों को झटका लग सकता है; जैसे कि IMPS शुल्क बढ़ना, KYC न करवाने पर अकाउंट बंद होना, और बैंकिंग लॉ में बदलाव।
नीचे तालिका के माध्यम से आप इन बदलावों को समझ सकते हैं –
बैंकिंग बदलावों का सारांश टेबल
बदलाव का नाम | लागू तिथि |
SBI IMPS के नये शुल्क | 15 अगस्त 2025 |
SBI ऑनलाइन ट्रांजैक्शन छूट | 15 अगस्त 2025 |
PNB KYC अपडेट की अंतिम तिथि | 8 अगस्त 2025 |
KYC अपडेट न करने पर क्या होगा | 8 अगस्त 2025 |
BOB बैंकिंग लॉ संशोधन | 1 अगस्त 2025 |
बैंकों की गवर्नेंस में बदलाव | 1 अगस्त 2025 |
Unclaimed funds, IEPF ट्रांसफर | 1 अगस्त 2025 |
डाइरेक्टर की कार्यकाल अवधि | 1 अगस्त 2025 |
SBI IMPS शुल्क में बदलाव
SBI द्वारा IMPS ट्रांजैक्शन के लिए नये शुल्क लगाए जा रहे हैं। पहले ₹25,000 तक ट्रांजेक्शन पर कोई शुल्क नहीं था, लेकिन अब:
- ₹25,000 तक की राशि: नि:शुल्क
- ₹25,001–₹1,00,000: ₹2 + GST
- ₹1,00,001–₹2,00,000: ₹6 + GST
- ₹2,00,001–₹5,00,000: ₹10 + GST
चुनिंदा अकाउंट, जैसे डिफेंस और पुलिस सेवा के ग्राहकों को छूट की सुविधा जारी रहेगी। ब्रांच में की गई ट्रांजैक्शन के लिए शुल्क में कोई बदलाव नहीं।
PNB KYC अपडेट नियम
Punjab National Bank (PNB) ने सभी ग्राहकों को 8 अगस्त 2025 तक अपने KYC डॉक्युमेंट्स अपडेट करने को कहा है। यदि कोई व्यक्ति निर्धारित अवधि के भीतर KYC अपडेट नहीं करता, तो:
- उसका अकाउंट आंशिक रूप से या पूर्णतः बंद हो सकता है।
- नेट बैंकिंग, अकाउंट से विड्रॉल, या अन्य सेवाएं बंद की जा सकती हैं।
KYC में अपडेट सीधा ब्रांच जाकर, इंटरनेट बैंकिंग या पंजीकृत ईमेल/पोस्ट के माध्यम से की जा सकती है।
Banking Laws में बदलाव – गवर्नेंस और सुरक्षा
1 अगस्त 2025 से Banking Laws (Amendment) Act, 2025 के तहत –
- डायरेक्टर्स का कार्यकाल बढ़कर 10 वर्ष कर दिया गया है (पहले 8 वर्ष था)।
- Unclaimed shares/bonds अब सीधे Investor Education and Protection Fund (IEPF) में ट्रांसफर होंगे।
- सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा auditor को बेहतर वेतन भुगतान की व्यवस्था, जिससे बैंकिंग इंडस्ट्री में उच्च गुणवत्ता की ऑडिट संभव होगी।
- Substantial Interest की नई लिमिट होगी ₹2 करोड़, जो पहले ₹5 लाख थी।
- बैंकिंग कार्यवाही में पारदर्शिता, सुरक्षा और गवर्नेंस बेहतर होगी।
बदलाव क्यों जरूरी है?
- डिजिटल लेन-देन के बढ़ते मामलों में फ्रॉड रोकना अब पहले से ज्यादा जरूरी हो गया है।
- सही KYC से पैसा लॉन्ड्रिंग और गैर-कानूनी गतिविधि रोकने में मदद मिलती है।
- स्मार्ट और जवाबदेह बैंकिंग सिस्टम ग्राहक सुरक्षा को सुनिश्चित करता है।
- बेहतर ऑडिट और गवर्नेंस से depositor और investor की सुरक्षा बढ़ती है।
ग्राहकों पर पड़ने वाला असर
- IMPS शुल्क में बढ़ोतरी से डिजिटल ट्रांजेक्शन थोड़े महंगे हो सकते हैं।
- KYC न कराने पर खाते बंद हो सकते हैं या बैंकिंग सुविधा सीमित हो सकती है।
- ब्याज, गवर्नेंस और ऑडिट मानकों में सुधार से ग्राहक का पैसा सुरक्षित रहेगा।
- बैंक के द्वारा Unclaimed funds, IEPF में ट्रांसफर करेंगे, जिससे ग्राहकों को क्लेम करने की संभावना बढ़ेगी।
जरूरी सावधानियाँ और तैयारी
- अपने बैंक खाते की KYC स्थिति तुरंत जांचें, और ज़रूरत हो तो अपडेट करवाएं।
- ट्रांजैक्शन करते समय नई शुल्क सूची का ध्यान रखें।
- बैंक द्वारा भेजी गई SMS/ईमेल नोटिफिकेशन को नज़रअंदाज न करें।
- अधिक जानकारी या समस्या के लिए अपनी बैंक ब्रांच से संपर्क करें।
महत्वपूर्ण बिंदु – Bullet Points में
- 20 अगस्त से बैंकिंग नियमों में व्यापक बदलाव।
- SBI–PNB–BOB: तीनों प्रमुख बैंकों के नियम में बदलाव।
- SBI के ऑनलाइन IMPS ट्रांजेक्शन अब महंगे।
- PNB में KYC अपडेट नहीं कराने पर खाता बंद हो सकता है।
- Bank of Baroda के नियमों में गवर्नेंस बदलाव।
- Unclaimed funds अब IEPF फंड में ट्रांसफर होंगे।
- ग्राहकों को नई प्रक्रिया और शुल्क के अनुसार सतर्क रहना चाहिए।
Disclaimer
यह लेख केवल भारत सरकार द्वारा जारी आधिकारिक नोटिफिकेशन और बैंक की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें दी गई प्रत्येक जानकारी पूरी तरह से सरकारी और विश्वसनीय है। यदि आगे और कोई नियामकीय बदलाव आता है या नियम बदलते हैं तो कृपया अपनी बैंक ब्रांच में Sarkari Website या शाखा का ही सहारा लें।