भारतीय जनता के लिए पंजाब नेशनल बैंक (PNB) एक महत्वपूर्ण सरकारी बैंक है, जो लाखों ग्राहकों को बैंकिंग सेवाएं प्रदान करता है। समय-समय पर बैंक अपनी नीतियां और नियमों में बदलाव करता रहता है, ताकि बैंकिंग प्रक्रिया को बेहतर बनाया जा सके और वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित की जा सके।
2025 में भी PNB ने अपने ग्राहकों के लिए कुछ नए नियम और शर्तें लागू की हैं, जो उनमें से कई लोगों के लिए हैरान करने वाली और जमीनी असर डालने वाली साबित हो रही हैं। इस लेख में हम विस्तार से PNB के इन नए नियमों के बारे में समझेंगे, जो खाता धारकों के लिए जरूरी हैं और जिनका प्रभाव सीधे उनकी जेब पर पड़ सकता है।
PNB New Rules 2025
PNB ने 2025 में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जिनका उद्देश्य बैंकिंग प्रक्रिया, ग्राहक सुरक्षा, और नियमों का कड़ाई से पालन करना है। इन नियमों के तहत ग्राहकों को विभिन्न प्रकार की नई शर्तों का सामना करना पड़ सकता है।
सबसे पहले, बैंक ने उन खातों के संबंध में सख्ती बढ़ाई है जो लंबे समय से निष्क्रिय या बिना बैलेंस के रखे गए हैं। यदि किसी खाते में लगातार तीन साल से कोई लेन-देन नहीं हुआ है और उसमें शून्य बैलेंस है, तो बैंक उसे 1 जून 2024 से बंद करने का निर्णय ले चुका है।
इसके बावजूद कुछ खातों को इससे छूट दी गई है, जैसे कि छात्र खाते, नाबालिग खाते, डिमैट खाते, और जो खाते सरकार की विशेष योजना जैसे प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY), वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SSY), अटल पेंशन योजना (APY) से जुड़े हैं।
इस नीति के तहत जिन खाताधारकों का खाता बंद होने वाला हो, उन्हें 26 मार्च 2025 तक अपने केवाईसी दस्तावेज अपडेट कर लेने होंगे, ताकि उनका खाता सक्रिय रह सके। यदि खाता बंद हो भी जाता है तो ग्राहक शाखा जाकर दस्तावेज जमा कर खाते को पुनः सक्रिय करवा सकते हैं। यह व्यवस्था बैंक द्वारा डेटा सुरक्षा और सही ग्राहक पहचान सुनिश्चित करने के लिए लागू की गई है।
एटीएम और डेबिट कार्ड से जुड़े नए शुल्क नियम
PNB ने बैंकिंग लेनदेन से जुड़े कुछ नए चार्ज भी लागू किए हैं, जो खासतौर पर उन ग्राहकों के लिए हैं जिनके खाते में पर्याप्त बैलेंस नहीं होता, लेकिन वे एटीएम से पैसे निकालने या डेबिट कार्ड का उपयोग करते हैं।
1 मई 2023 से लागू नए नियम के अनुसार, यदि ग्राहक के खाते में पर्याप्त पैसे नहीं हैं और वे एटीएम से नकद निकालने का प्रयास करते हैं, पर ट्रांजैक्शन असफल रहता है, तो बैंक 10 रुपये प्लस जीएसटी के हिसाब से चार्ज लेगा। यह नियम एटीएम नकदी निकासी में असफल लेनदेन पर लागू होता है।
ऐसा ही नियम डेबिट कार्ड से ऑनलाइन या दुकानों पर पेमेंट करते समय भी लागू होगा। यदि ग्राहक का बैंक खाता उस समय पर्याप्त बैलेंस नहीं रखता है और उसका भुगतान असफल होता है, तो बैंक उसे उस फेल ट्रांजैक्शन के लिए चार्ज करेगा। यह कदम बैंक की ओर से वित्तीय अनुशासन और ग्राहकों को जिम्मेदार भुगतान की ओर प्रेरित करने के लिए उठाया गया है।
PNB की फिक्स्ड डिपॉजिट योजना और अन्य योजना की जानकारी
PNB ने विभिन्न प्रकार के फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) योजनाएं पेश की हैं, जिनमें नियमित ग्राहक और वरिष्ठ नागरिक दोनों के लिए अच्छी ब्याज दरें उपलब्ध हैं। 2025 में PNB FD की ब्याज दर 3.25% से लेकर 7.75% तक होती है, जो ज्यादा अवधि के लिए निवेश करने वाले ग्राहकों को अधिक लाभ देती है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष उच्च ब्याज दरें भी मौजूद हैं।
इसके अलावा, PNB टैक्स सेवर FD योजना में आम ग्राहकों को 6.5% वार्षिक ब्याज दर प्रदान की जाती है, और वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह दर 7.3% तक हो जाती है। यह योजना टैक्स बचाने के लिए भी उपयुक्त है क्योंकि इसमें निवेश पर टैक्स लाभ मिलता है। PNB की अन्य जमा स्कीम जैसे वार्षिक आय योजना, अक्षम पात्रों और विशेष जरूरतमंदों के लिए बनी योजनाएं भी उपलब्ध होती हैं।
बैंक की ये योजनाएं ग्राहकों को सुरक्षित निवेश करने का विकल्प देती हैं और साथ ही सरकार के कई बचत व पेंशन योजनाओं की सुविधा भी प्रदान करती हैं।
निष्कर्ष
PNB के हालिया नए नियमों से ग्राहकों को सावधानी बरतनी होगी, खासकर तब जब खाता निष्क्रिय हो या उसमें न्यूनतम बैलेंस न हो। नए शुल्क और नियमों के तहत बैंक ने वित्तीय अनुशासन को बढ़ावा देने का प्रयास किया है। इसीलिए ग्राहकों को चाहिए कि वे बैंकिंग गतिविधियों और केवाईसी अपडेट को समय पर पूरा करें ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
PNB की फिक्स्ड डिपॉजिट और अन्य योजनाएं वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती हैं और सही तरीके से उपयोग करने पर काफी लाभदायक साबित हो सकती हैं।