Pashupalan Loan Yojana 2025: 10 लाख राशी और 7 दिनों में फंड रिलीज़, जानिए कैसे पाए सबसे बड़ी छूट

Published On: August 1, 2025
Pashupalan Loan Yojana 2025

भारत में पशुपालन सदियों से ग्रामीण आजीविका का अहम हिस्सा रहा है। किसान परिवार अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए अब दूध उत्पादन, डेयरी, मुर्गी पालन, बकरी पालन जैसे व्यवसायों की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। सरकारी योजनाएं भी आज पशुपालकों को आगे बढ़ाने, उनकी आय दोगुनी करने में मददगार साबित हो रही हैं। इसी कड़ी में पशुपालन लोन योजना एक ऐसा जरिया है, जिससे किसानों को बैंक से आसान शर्तों पर लोन और सरकारी सब्सिडी दोनों मिल रही है।

देश के अलग-अलग राज्यों समेत केंद्र सरकार और बैंकों ने किसानों व ग्रामीण युवाओं के लिए पशुपालन लोन योजना शुरू की। अब इस योजना के तहत सरकार 10 लाख रूपये तक का लोन दे रही है, जिसके साथ आकर्षक सब्सिडी व कम ब्याज दर का लाभ भी मिल रहा है। नए आवेदन फॉर्म हर साल जारी किए जा रहे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ ले सकें।

किसान भाइयों के लिए यह योजना सिर्फ डेयरी या पशुपालन तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पोल्ट्री फार्मिंग, बकरी पालन, भैंस-गाय खरीद, शेड निर्माण और पशुओं की चिकित्सा-चारे के खर्च जैसी जरूरतों के लिए भी यह लोन मिल सकता है। इससे ना सिर्फ रोजगार बढ़ता है, अपितु ग्रामीण अर्थव्यवस्था भी मजबूत होती है।

Pashupalan Loan Yojana 2025

पशुपालन लोन योजना का मुख्य उद्देश्य है ग्रामीण किसानों, महिलाओं और युवाओं को स्वावलंबी बनाना। इसके तहत विभिन्न सरकारी व निजी बैंक पशुपालकों को 10 लाख रूपये तक लोन देते हैं।

न्यूनतम राशि अकसर 1 लाख रुपए से शुरू होती है। कई बैंकों द्वारा 1.6 लाख रूपये तक का लोन बिना किसी गारंटी या संपत्ति के मिलता है। इससे ऊपर की राशि हेतु जरूरी है कि आवेदक जमीन गिरवी या अन्य संपार्श्विक भी दे सकता है।

सरकार की ओर से ब्याज दर पर सीधी छूट यानी सब्सिडी भी मिलेगी। सामान्यतः ब्याज दर 7% सालाना के आसपास होती है, लेकिन सब्सिडी के बाद यह घटकर 4% तक आ सकती है। कई योजनाओं में किसानों को 50% तक (कुछ योजनाओं में 90% तक) अनुदान की व्यवस्था है, यानी आधा लोन सरकार वापस कर देती है या ब्याज माफ कर देती है।

इस योजना के तहत न सिर्फ पशु खरीदने या पालन के लिए वर्किंग कैपिटल, बल्कि पशुशाला/शेड निर्माण, डेयरी मशीन, उपकरण, वीटरनरी खर्च, चारा आदि के लिए भी यह राशि उपयोग की जा सकती है। पशुओं के बीमा जैसी सुविधाएं भी शामिल हैं।

कैसे करें अप्लाई?

  1. सबसे पहले नजदीकी सरकारी या निजी बैंक शाखा जाएं या जिला पशुपालन विभाग से संपर्क करें।
  2. बैंक कर्मचारी से पशुपालन लोन योजना के लिए आवेदन फॉर्म लें।
  3. आवेदन फॉर्म में सभी जरूरी जानकारी भरें।
  4. जरूरी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी, निवासी प्रमाण, भूमि या किराया-पट्टा प्रमाण, पशुपालन व्यवसाय योजना तथा फोटो आदि संलग्न करें।
  5. भरे हुए फॉर्म जमा करें।
  6. बैंक या विभाग द्वारा दस्तावेज जांच तथा वेरिफिकेशन की प्रक्रिया होगी।
  7. आवेदन सही पाए जाने पर बैंक 10-15 दिनों के अंदर ऋण राशि स्वीकृत कर देगा।

जरूरी दस्तावेज

  • पहचान पत्र (आधार, वोटर, पैन आदि)
  • पता प्रमाण (राशन कार्ड, बिजली बिल)
  • पासपोर्ट फोटो
  • आय प्रमाण पत्र
  • भूमि कागजात या किराया-पट्टा
  • योजना अनुसार पशुपालन या डेयरी व्यवसाय का प्रस्ताव
  • बैंक खाता डिटेल्स

पात्रता व शर्तें

  • आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
  • 18 वर्ष से ऊपर आयु।
  • पंचायत/नगर/ग्रामीण/शहरी कोई भी क्षेत्र का निवासी।
  • स्वयं के नाम खेती योग्य भूमि या किराए पर पशुशाला/फार्म।
  • कोई अन्य बकाया बैंक ऋण न होना आवश्यक।
  • बैंक की शर्तों के अनुसार क्रेडिट स्कोर अच्छा होना चाहिए।

यदि आप पहली बार पशुपालन या डेयरी का व्यवसाय शुरू कर रहे हैं तो भी आवेदन कर सकते हैं। महिलाएं, समूह, स्वयं सहायता समूह, SC/ST समाज के सदस्य भी पात्र हैं।

लोन चुकाने और सब्सिडी का गणित

पशुपालन लोन को आम तौर पर 3 से 5 साल की आसान किश्तों (EMI) में चुकाना होता है। अगर आप समय पर किश्त अदा करते हैं, तो ब्याज पर अतिरिक्त छूट मिल जाती है। केंद्र या राज्य सरकार की अलग-अलग योजनाओं में अलग-अलग सब्सिडी मिलेगी:

  • 50% तक सब्सिडी मिल सकती है।
  • कुछ योजनाओं में 90% तक ब्याज सब्सिडी मिलती है।
  • पशुओं पर वित्तीय सहायता जैसे गाय पर 40 हजार और भैंस पर 60 हजार तक की आर्थिक मदद।

क्यों है कृषि और ग्रामीण युवाओं के लिए आसान विकल्प?

पशुपालन लोन योजना के कारण अब छोटे व सीमांत किसान, युवा, महिलाएं व स्वयं सहायता समूह सभी बिना बड़ी पूंजी के भी दूध, अंडा, मीट व पोल्ट्री जैसे व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। सरकार की सब्सिडी, बैंकों की आसान किस्तें, बीमा व मार्केटिंग सहयोग से आमदनी बढ़ाना अब आसान हो गया है।

इससे ना सिर्फ खेती पर निर्भरता कम होगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था से जुड़ी रोजगार संभावनाएं भी बढ़ेंगी। पशुपालन आज सबसे कम लागत में सुरक्षित स्वरोजगार का विकल्प बनकर उभरा है।

निष्कर्ष

पशुपालन लोन योजना किसानों और युवाओं के लिए पूरे देश में नया अवसर लेकर आई है। अब 10 लाख रूपये तक का लोन पाना और उस पर सब्सिडी लेना आसान है। बस जरूरत है सही जानकारी और समय पर आवेदन करने की। इस योजना से ग्रामीण आजीविका में नवाचार आएगा और किसान परिवार आर्थिक रूप से मजबूत होंगे।

Leave a comment

Join Whatsapp