Sahara India Refund List 2025: 5000 करोड़ की राहत, 8 करोड़ निवेशकों की जिंदगी बदलने का मौका

Published On: August 13, 2025
Sahara India Refund List 2025

सहारा इंडिया परिवार कई सालों से अपने निवेशकों को उनके फंसे हुए पैसे वापिस दिलाने की प्रक्रिया में लगा हुआ है। सहारा इंडिया रिफंड सूची (Sahara India Pariwar Refund List) एक ऐसी पहल है जिसके तहत वे लोग अपनी जमा पूंजी वापस पा सकते हैं, जिन्होंने सहारा की कई को-ऑपरेटिव सोसायटीज में पैसा लगाया था। कई वर्षों तक यह पैसा वापस न मिलने के कारण निवेशकों के लिए यह एक बड़ी चिंता का विषय था, लेकिन अब सरकार और सहारा इंडिया ने मिलकर इसे पूरी पारदर्शिता एवं तेज़ी से खत्म करने का निर्णय लिया है।

यह योजना खासकर उन निवेशकों के लिए है, जिनका पैसा सहारा के विभिन्न कोऑपरेटिव सोसायटीज में फंसा हुआ था, जिनमें लगभग दस करोड़ से ज्यादा निवेशक शामिल हैं। केंद्र सरकार ने सहारा इंडिया रिफंड पोर्टल लॉन्च किया है ताकि निवेशक अपने फंसे पैसे की स्थिति जान सकें, आवेदनों को पूरा कर सकें और रिफंड के लिए दावा कर सकें। हाल ही जारी हुई नई रिफंड लिस्ट में उन लोगों का नाम शामिल किया गया है, जो 1000 रुपये से लेकर 10,000 रुपये तक की रकम सहारा की किसी भी सोसाइटी में निवेशित थी।

Sahara India Refund List 2025

सहारा इंडिया रिफंड योजना भारत सरकार द्वारा 2011 के बाद से शुरू हुई प्रक्रिया है, जब सुप्रीम कोर्ट ने सहारा समूह की कई निवेश योजनाओं को अवैध घोषित किया। तब से निवेशकों के पैसे को वापस दिलाने के लिए सरकार और सहारा के बीच कई बार संवाद और कोर्ट केस हुए। अंततः सरकार ने सहारा रिफंड पोर्टल स्थापित किया और अब तक करोड़ों रुपये कई निवेशकों के बैंक खाते में ट्रांसफर किए जा चुके हैं।

इस योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा सहारा इंडिया के कुछ को-ऑपरेटिव सोसायटीज का नाम सूचीबद्ध किया गया है, जिनके निवेशकों को रिफंड मिल रहा है। इनमें प्रमुख हैं सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव, सहारायान यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसायटी, हमारा इंडिया क्रेडिटकोऑपरेटिव सोसायटी आदि। यह रिफंड प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन और सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में पारदर्शी ढंग से पूरी की जा रही है।

रिफंड पाने के लिए जरूरी है कि निवेशक ने सहारा रिफंड पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन पूरा किया हो। पोर्टल 5 लाख रुपये तक के दावों को स्वीकार करता है। निवेशक अपने आधार नंबर या रजिस्ट्रेशन आईडी से पोर्टल पर जाकर रिफंड सूची में अपना नाम चेक कर सकते हैं। यदि नाम इस सूची में है, तो 45 कार्य दिवसों के भीतर उनके बैंक खाते में पैसा ट्रांसफर कर दिया जाएगा।

सरकार ने रिफंड के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियम निर्धारित किए हैं। जैसे कि निवेशक के पास आधार कार्ड, पैन कार्ड और एक सक्रिय बैंक खाता होना अनिवार्य है। साथ ही निवेश राशि 10,000 रुपये तक होनी चाहिए और पोर्टल पर दी गई जानकारी सही और मेल खाती होनी चाहिए।

रिफंड के लिए आवेदन करते समय कुछ दस्तावेज भी जमा करना जरूरी है। इनमें आधार कार्ड, सदस्यता संख्या, बैंक खाते की डिटेल्स, जमा राशि की रसीद आदि शामिल हैं। दस्तावेजों की ऑनलाइन जांच के बाद ही निवेशक का नाम रिफंड सूची में डाला जाता है और भुगतान प्रक्रिया शुरू होती है।

केंद्र सरकार ने इस योजना को इसलिए शुरू किया है ताकि हर उस निवेशक को राहत मिल सके, जिनका पैसा सहारा इंडिया परिवार की विभिन्न योजनाओं में फंसा हुआ था। कई बार ऑनलाइन और ऑफलाइन धोखाधड़ी के मामलों को देखते हुए पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन करने का निर्णय लिया गया है ताकि पारदर्शिता बनी रहे और निवेशकों को असमंजस न हो।

रिफंड प्रक्रिया को लेकर एक बड़ी राहत यह भी है कि सबसे पहले उन निवेशकों को प्राथमिकता दी जा रही है जिन्होंने मार्च-अप्रैल 2025 में आवेदन किया था। यानी अगर आपने हाल ही में रिफंड के लिए आवेदन किया है तो आपको भी 45 दिनों के भीतर आपके पैसे वापस मिलने की संभावना है।

अगर अभी तक कोई निवेशक रिफंड के लिए आवेदन नहीं कर पाया है तो भी घबराने की जरूरत नहीं है। आवेदन प्रक्रिया अभी चालू है और रिफंड लिस्ट में नए नाम जुड़ते रहेंगे। निवेशक जितनी जल्दी हो सके पोर्टल पर जाकर आवेदन प्रक्रिया पूरी करें, ताकि वे अगली लिस्ट में शामिल होकर अपना पैसा वापस पा सकें।

इस योजना से जुड़ी एक और खास बात यह है कि इसका संचालन भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है और इसे देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में रखा गया है। इस वजह से कई वर्षों से रुका हुआ पैसा अब निवेशकों को वापस मिलना शुरू हुआ है।

चेक करने की प्रक्रिया

रिफंड लिस्ट ऑनलाइन सहारा रिफंड पोर्टल पर उपलब्ध है। पोर्टल पर जाने के बाद आपको अपना आधार नंबर या रजिस्ट्रेशन नंबर डालना होगा। इसके बाद आपको अपनी रिफंड स्थिति की जानकारी मिल जाएगी कि आपका नाम सूची में शामिल है या नहीं।

यदि आपका नाम रिफंड लिस्ट में है, तो आपको 45 दिनों के अंदर आपके बैंक खाते में भुगतान मिलना शुरू हो जाएगा। यह भुगतान सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाएगा और इसकी जानकारी आपको SMS या ईमेल के जरिए भी मिल सकती है।

यदि आपको अपना नाम सूची में नहीं मिलता है, तो घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि अगली रिफंड लिस्ट जल्द ही जारी होगी। साथ ही, आप ऑनलाइन ही रिफंड पोर्टल पर नया आवेदन कर सकते हैं।

आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज

रिफंड के लिए आवेदन करते समय निम्न दस्तावेजों की जरूरत होती है:

  • आधार कार्ड
  • सदस्यता संख्या व को-ऑपरेटिव सोसाइटी का नाम
  • बैंक खाता विवरण (खाता संख्या, IFSC कोड)
  • जमा रसीद या प्रमाण पत्र (जमाकर्ता प्रमाण पत्र)
  • पैन कार्ड या वैकल्पिक पहचान पत्र

इन दस्तावेजों को ऑनलाइन अपलोड करना होता है। इसके बाद सही जानकारी के सत्यापन के बाद आवेदन स्वीकार किया जाता है।

योजना की महत्ता

सहारा इंडिया की यह रिफंड योजना लाखों निवेशकों के लिए बहुत महत्व रखती है। कई लोगों ने दशकों पहले अपने पैसे सहारा के विभिन्न योजनाओं में लगाए थे, जो समय पर वापस नहीं मिले। ऐसे में यह योजना आर्थिक रूप से फंसे हुए लोगों को राहत प्रदान करती है।

सरकार की इस योजना से न केवल आर्थिक मदद मिलती है, बल्कि निवेशकों को न्याय भी मिलता है। ऑनलाइन और सुप्रीम कोर्ट की निगरानी से यह प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित बनी हुई है।

निष्कर्ष

सहारा इंडिया परिवार की नई रिफंड लिस्ट जारी हो चुकी है और यह योजना उन निवेशकों के लिए राहत की खबर है जिनका पैसा लंबे समय से फंसा हुआ था। केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में यह प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ चल रही है। निवेशक निशिचत करें कि उन्होंने रिफंड पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन पूरा कर लिया है ताकि वे जल्द से जल्द अपने पैसे वापस पा सकें। यह योजना निवेशकों के वित्तीय पुनःस्थापन में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है।

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