सुकन्या समृद्धि योजना एक खास बचत योजना है जिसे भारत सरकार ने देश की बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए शुरू किया है। यह योजना ‘बेटी बचाओ, बेटी पढाओ’ अभियान का हिस्सा है। इसके तहत, 10 साल से कम उम्र की लड़कियों के लिए खाते खोले जाते हैं, जिनमें माता-पिता या अभिभावक बचत कर सकते हैं। इस योजना का उद्देश्य बेटियों की शिक्षा और शादी के खर्चों को आसानी से पूरा करना है।
इस योजना में न्यूनतम राशि मात्र ₹250 जमा करके भी आप अपनी बेटी के लिए एक मजबूत वित्तीय भविष्य बना सकते हैं। यह 15 वर्षों तक नियमित जमा करने वाली योजना है, जहां जमा की गई राशि पर अच्छी ब्याज दर भी मिलती है। इसके अलावा, इस योजना से मिलने वाली सभी आय – जमा राशि, ब्याज, और परिपक्वता राशि – बिल्कुल टैक्स फ्री होती है, जो इसे और भी फायदेमंद बनाती है।
Sukanya Samriddhi Yojana 2025
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) का खास आकर्षण इसकी उच्च ब्याज दर और टैक्स बचत के साथ-साथ लंबे समय में जमा राशि का बढ़ना है। मान लीजिए आप हर महीने ₹250 या ₹500 की राशि जमा करते हैं, तो 21 साल के बाद यह रकम ब्याज सहित ₹74 लाख तक पहुंच सकती है। यह अनुमान लगभग 8% के ब्याज दर के आधार पर है, जो सरकार द्वारा समय-समय पर अपडेट होता है।
यह योजना उस दिन से शुरू होती है जब आपका बच्ची का खाता खुलता है, और जमा की अवधि 15 वर्ष तक होती है। उसके बाद भी राशि पर ब्याज मिलता रहता है जब तक खाता 21 वर्ष पूरा नहीं कर लेता। योजना में समय अवधि सतत निवेशकों के लिए बहुत लाभकारी है क्योंकि चक्रवृद्धि ब्याज के कारण राशि में जबरदस्त वृद्धि होती है।
आप चाहे तो न्यूनतम ₹250 जमा करके भी यह लाभ उठा सकते हैं, और अगर आपकी जमा क्षमता ज्यादा है तो ₹500 या उससे अधिक भी जमा कर सकते हैं। जमा करने की अधिकतम सीमा एक वित्तीय वर्ष में ₹1.5 लाख है। साथ ही, योजना में अपात्रता के कारण बंद नहीं करने पर देरी से जमा पर जुर्माना मात्र ₹50 प्रति वर्ष है, जिसकी मदद से आप खाता फिर से सक्रिय कर सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना का लाभ लेने के लिए आप अपनी बेटी के नाम पर सरकारी बैंकों या डाकघर में खाता खोल सकते हैं। खाता खोलते समय यह आवश्यक है कि लड़की की उम्र 10 वर्ष से कम हो। एक परिवार में अधिकतम दो बेटियों के लिए ही यह खाता खोला जा सकता है।
शिक्षा के खर्चे के लिए जब लड़की 18 वर्ष की हो जाती है, तब आप खाते से 50% राशि निकाल सकते हैं जिसका उपयोग उसके उच्च शिक्षा या शादी के लिए किया जा सकता है। यदि बड़े स्तर पर आकस्मिक आवश्यकता या बालिका की शादी के समय खाता बंद करना हो तो भी इस योजना में विशेष शर्तों के अंतर्गत निकासी की अनुमति है।
सरकार ने इस योजना में तीन प्रमुख टैक्स लाभ भी दिए हैं। पहला, जिन लोगों ने राशि जमा की है, वे इस पर आयकर छूट के तहत धारा 80C के तहत घटोतरी कर सकते हैं। दूसरा, खाताधारक को ब्याज पर कोई टैक्स नहीं देना होता है। तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण, परिपक्वता पर मिलने वाली पूरी रकम भी टैक्स फ्री होती है।
यदि कोई अभिभावक या माता-पिता अपनी बेटी के लिए धनराशि जमा करना चाहते हैं तो सुकन्या समृद्धि योजना बेहद उपयुक्त विकल्प है। यह केवल एक बचत योजना नहीं है, बल्कि यह बेटियों के उज्जवल भविष्य का मजबूत आधार भी है। भविष्य में बेटी की पढ़ाई-लिखाई, विवाह या किसी जरूरी खर्च के लिए यह स्कीम सभी परिवारों के लिए राहत की खबर साबित होती है।
आवेदन प्रक्रिया
सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खोलने के लिए आपको अपनी बेटी के जन्म प्रमाणपत्र एवं पहचान दस्तावेज जैसे आधार कार्ड या स्कूल प्रमाणपत्र की आवश्यकता होती है। खाता आप निकटतम डाकघर या किसी भी सरकारी बैंक शाखा में खोल सकते हैं। खाता खोलते समय न्यूनतम ₹250 जमा करना अनिवार्य है। आप महीने या वर्ष के हिसाब से भी जमा कर सकते हैं।
खाता खोलने के लिए माता-पिता या अभिभावक को खाता खोलने वाला होना चाहिए और संपर्क विवरण देना आवश्यक होता है। यह ध्यान रखें कि एक बेटी के लिए मात्र एक खाता खोला जाएगा और परिवार में दो बेटियों के लिए ही दो खाते खोले जाते हैं।
निष्कर्ष
सुकन्या समृद्धि योजना एक सरल, सुरक्षित और लाभकारी योजना है जो हर परिवार की बेटियों के भविष्य को सुरक्षित बनाने में मदद करती है। चाहे आप न्यूनतम ₹250 जमा करें या ज्यादा, नियमित निवेश से आपकी बेटी के लिए एक बड़ा धनराशि संचित होगी। इसके टैक्स फायदे और अच्छी ब्याज दर इसे निवेश के लिए एक बेहतर विकल्प बनाते हैं। इस योजना का लाभ लेकर आप अपनी बेटी की शिक्षा, विवाह और अन्य आवश्यकताओं के लिए आर्थिक चिंता से मुक्त हो सकते हैं।