Mukhymantri Work From Home 2025: 20,000 नौकरी वाले पद खुल गए, जानिए कैसे बने घर बैठे हीरो

Published On: August 6, 2025
Mukhymantri Work From Home 2025

मुख्यमंत्री वर्क फ्रॉम होम योजना महिलाओं को घर बैठे रोजगार प्रदान करने के लिए राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन महिलाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है, जो पारंपरिक रूप से बाहर जाकर काम नहीं कर पातीं। यह योजना खासतौर पर वे महिलाएं, जिनके पास शिक्षा या तकनीकी कौशल है, या जो घरेलू जिम्मेदारियों के कारण बाहर काम करने में असमर्थ हैं, उन्हें अपने घर से काम करते हुए परिवार का आर्थिक सहयोग देने में मदद करती है। इस योजना के माध्यम से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया जाता है और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलता है।

यह योजना 26 अगस्त 2022 को राजस्थान सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत शुरू की गई थी। इसमें राज्य की करीब 20,000 महिलाओं को नौकरी के अवसर दिए जाने का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना के तहत विभिन्न सरकारी और निजी विभागों से जुड़ी महिलाएं घर से काम कर सकती हैं जैसे टाइपिंग, डाक्यूमेंटेशन, डिक्टेशन, वेब डिजाइनिंग, डेटा एनालिसिस, सॉफ्टवेयर डिज़ाइनिंग समेत अन्य तकनीकी और गैर-तकनीकी कार्य। इसके अलावा स्कूल और उच्च शिक्षा विभाग के तहत महिलाओं को स्कूलों के लिए कपड़े सिलने, धुलाई करने जैसे कार्य भी घर से करने को दिए जाते हैं। इस तरह, महिलाएं अपने घर में रहते हुए अपनी योग्यता के अनुसार विभिन्न प्रकार के कार्य कर आर्थिक रूप से सशक्त बन सकती हैं।

Mukhymantri Work From Home 2025

मुख्यमंत्री वर्क फ्रॉम होम योजना राजस्थान सरकार की एक पहल है, जो महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित है। इस योजना का उद्देश्य है महिलाओं को घर बैठे रोजगार के अवसर प्रदान करना ताकि वे वित्तीय रूप से स्वतंत्र बन सकें और परिवार की आय में बढ़ोतरी कर सकें। इस योजना के माध्यम से वे महिलाएं, जो अलग-अलग कारणों से बाहर जाकर काम नहीं कर पातीं, जैसे घरेलू जिम्मेदारी, बच्चों की देखभाल, या शारीरिक विकलांगता, वे घर से ही रोजगार प्राप्त कर सकेंगी।

इस योजना में मुख्य रूप से वह महिलाएं शामिल की जाती हैं जो राजस्थान की निवासी हैं और जिनकी उम्र 18 वर्ष या उससे अधिक है। योजना में विशेष प्राथमिकता विधवा, तलाकशुदा, विकलांग, और घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं को दी जाती है। इस योजना के तहत महिलाओं को उनके कौशल और पसंद के अनुसार विभिन्न प्रकार के वर्क फ्रॉम होम जॉब्स दिए जाते हैं। इसका मुख्य लाभ यह है कि महिलाएं ऑफिस या बाहर जाने की जरूरत के बिना ही काम कर सकती हैं और अपनी खुद की आय का स्रोत बना सकती हैं।

सरकार और अन्य विभागों की भूमिका

राजस्थान सरकार ने इस योजना को सफल बनाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ-साथ स्कूल और उच्च शिक्षा विभाग, तकनीकी शिक्षा विभाग, लोक निर्माण विभाग, और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग को भी जोड़ रखा है। इन सभी विभागों के विभिन्न कार्यालयों और संस्थानों के माध्यम से महिलाओं को टाइपिंग, डाक्यूमेंटेशन, डाटा एंट्री, सॉफ्टवेयर डिज़ाइनिंग, वेब डिजाइनिंग, प्रोग्रामिंग, शिकायत निपटान, स्कूल की ड्रेस सिलाई, कपड़ा धुलाई आदि कार्य दिए जाते हैं।

अतिरिक्त रूप से, महिलाओं को इस योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाता है ताकि वे अपने कौशल को सुधार सकें और नयी तकनीकों से परिचित हो सकें। जिन महिलाओं को निजी संस्थान से नौकरी मिलती है और उनकी तनख्वाह 5,000 रुपये से अधिक होती है, उन्हें तीन हजार रुपये का प्रशिक्षण प्रोत्साहन राशि भी सरकार द्वारा दी जाती है। इस कदम से महिलाओं में काम के प्रति उत्साह बढ़ता है और वे आत्मनिर्भर बनती हैं।

योजना में कैसे करें आवेदन?

मुख्यमंत्री वर्क फ्रॉम होम योजना में आवेदन करने के लिए सबसे पहले राजस्थान सरकार द्वारा जारी आधिकारिक पोर्टल पर जाकर अपनी जानकारी से पंजीकरण करना आवश्यक है। आवेदन पत्र भरते समय आवेदक को निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने होते हैं:

  • आधार कार्ड
  • जन आधार कार्ड
  • उम्र प्रमाण पत्र
  • निवास प्रमाण पत्र
  • शैक्षणिक प्रमाण पत्र
  • अनुभव प्रमाण पत्र (यदि हो)
  • मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • एसएसओ आईडी (राजस्थान सरकारी पहचान)

इसके बाद, पंजीकरण के बाद आवेदक अपने कौशल और पसंद के अनुसार उपलब्ध घर से काम करने वाले पदों के लिए आवेदन कर सकती हैं। सरकार और निजी संस्थान दोनों इस पोर्टल के माध्यम से रोजगार प्रदान करते हैं। आवेदन के लिए कोई शुल्क भी नहीं देना होता।

लाभ और उद्देश्य

इस योजना के अंतर्गत महिलाएं समाज में आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनती हैं। घर बैठे काम करने का विकल्प देने से महिलाओं के रोजगार में वृद्धि होती है, जो पारंपरिक नौकरी न मिलने पर भी उनके जीवन यापन को बेहतर बनाता है। इसके अतिरिक्त, यह योजना सामाजिक समानता और महिला सशक्तिकरण को भी बल प्रदान करती है।

अस्पृश्य समुदायों, दिव्यांगाओं, विधवाओं, और उन महिलाओं के लिए जो घरेलू हिंसा से पीड़ित हैं, यह योजना उनकी सामाजिक स्थिति सुधारने में मददगार साबित होती है। इन्हें आर्थिक अवसर प्रदान करने से उनके आत्म-सम्मान और जीवन स्तर में सुधार होता है।

राजस्थान सरकार का यह प्रयास महिलाओं की प्रतिभा को पहचानने और उन्हें रोजगार के न्यायसंगत अवसर प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

मुख्यमंत्री वर्क फ्रॉम होम योजना महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में एक अहम पहल है। यह योजना न केवल रोजगार उपलब्ध कराती है बल्कि महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में भी मदद करती है। जो महिलाएं घर पर अपने परिवार के साथ रहते हुए अपने कौशल का इस्तेमाल करना चाहती हैं, उनके लिए यह योजना एक सुनहरा अवसर है। जिन महिलाओं में इच्छाशक्ति और योग्यता है वे निश्चित ही इस योजना का लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बन सकती हैं।

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